हे प्रभु।
हे आनंदमय।
हे आकाशमय।
हे चन्द्र-सुशोभित।
हे तारा-गण अलंकृत।
हे मन-आधार।
हे जीवन-गुण-आगार।
हे अनंत-रूपं।
हे सर्वे-सर्वं।
हे मन-मोहना।
हे तन-मन-आधार।
करूँ अर्पण।
तुझ पर।
पहले तौ सब तेरा।
तुने बताया हे मेरा।
जो दिया है
वो सब अर्पण।
खुद का समर्पण।
खुद का निवेदन।
रहे तेरा ध्यान।
हर क्षण हर पल।
बी.ऍम.शर्मा.
Sunday, May 9, 2010
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